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Viral Fever in Hindi : वायरल फीवर का मतलब है वायरल इंफेक्शन। यह बिल्कुल बुखार जैसा है, हालांकि इसके शुरूआती दौर में बहुत ज्यादा शारीरिक रूप से थकान महसूस होना, मांसपेशियों में तेज दर्द या शरीर में दर्द की समस्या हो सकती है। वायरल बुखार छोटे बच्चों और बुजुर्गों को जल्दी प्रभावित कर सकता है, क्योंकि उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली बहुत कमजोर होती है। वायरल बुखार आमतौर पर हवा के माध्यम से फैले वायरल संक्रमण के कारण हो सकता है।
हम कह सकते हैं कि वायरल बुखार हवा से होता है। लेकिन, इसके अलावा यह दूषित पानी के फैलने के कारण भी हो सकता है, जिसे हम जलजनित संक्रमण कहते हैं। इसके अलावा, वायरल बुखार और जीवाणु संक्रमण के शुरुआती लक्षण समान हो सकते हैं, जिससे उनके बीच अंतर करना मुश्किल हो सकता है।
वायरल बुखार और जीवाणु संक्रमण के कारण होने वाले बुखार के बीच कोई अंतर कैसे कर सकता है?
वायरल फीवर और बैक्टीरियल इन्फेक्शन में अंतर समझने के लिए आप निम्न बातों का ध्यान रख सकते हैं:
वायरल फीवर के लक्षण
यदि आप Viral Fever से परेशान है और जयपुर में वायरल बुखार का इलाज (Viral Fever Treatment in Jaipur) कराना चाहते है तो अभी संपर्क करे डॉ. राहुल माथुर जी से ! माथुर जी जयपुर के सर्वश्रेस्ठ सर्वश्रेष्ठ जनरल फिजिशियन (General Physician in Jaipur) में से एक हैं जो आपको सही और बेहतरीन उपचार प्रदान करेंगे
यदि शरीर का तापमान 99°F से 103°F (39°C) या इससे अधिक है, तो यह वायरल बुखार का लक्षण हो सकता है। इसके अलावा निम्न लक्षण भी हो सकते हैं, जैसे:
सामान्य तौर पर, ये लक्षण आमतौर पर कुछ दिनों में अपने आप चले जाते हैं। हालांकि, अगर उपर्युक्त लक्षणों में से कोई भी एक सप्ताह से अधिक समय तक बना रहता है या स्वास्थ्य की स्थिति खराब हो जाती है, तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
दरअसल, हमारे शरीर के अंदर कई ऐसे वायरस होते हैं, जो बाहर से शरीर में प्रवेश करने वाले संक्रमण से लड़ते हैं और शरीर को सुरक्षा प्रदान करते हैं। हालांकि, कमजोर इम्युनिटी के कारण शरीर में इन अच्छे वायरस की संख्या कम हो सकती है, जो शरीर को बाहरी संक्रमण से बचाने में असमर्थ हो सकते हैं। इसके अलावा बुखार या वायरस बुखार के कारण अचानक या धीरे-धीरे हमारे शरीर का तापमान अधिक हो जाता है। यानी हमारे शरीर के वायरस शरीर में प्रवेश करने वाले बाहरी वायरस से लड़ रहे हैं। ये बाहरी वायरस किसी भी स्वस्थ शरीर के अंदर तेजी से फैल सकते हैं।
वायरल फीवर के कई मुख्य कारण हो सकते हैं जिससे हमारा शरीर संक्रमित हो सकता है। जिसमें शामिल हो सकते हैं:
वायरल फीवर (वायरल बुखार) के बारे में पता कैसे?
वायरल फीवर के बारे में पता लगाने के लिए सिर्फ व्यक्ति के लक्षणों पर भरोसा करना मुश्किल हो सकता है। कुछ स्थितियों में इसके लक्षणों की पुष्टि करने के लिए डॉक्टर ब्लड टेस्ट (Blood test), सीबीसी टेस्ट (Complete Blood Test) या चेस्ट एक्स-रे (Chest X-ray) करवाने की सलाह दे सकते हैं। ब्लड टेस्ट से जहां शरीर में निम्न तत्वों की मात्रा का अनुमान लगाया जा सकता है, वहीं सीबीसी शरीर में पनपन रहे किसी तरह के संक्रमण की जानकारी दे सकता है। जिनसे आपके डॉक्टर निम्न स्वास्थ्य स्थितियों का पता लगा सकते हैं, जैसे
वायरल फीवर से बचाव के लिए आप निम्न बातों का ध्यान रख सकते हैं, जैसे:
इन बातों का रखें ध्यान
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